ग्यारह अमावस - 55 Ashish Kumar Trivedi द्वारा थ्रिलर में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें थ्रिलर किताबें ग्यारह अमावस - 55 ग्यारह अमावस - 55 Ashish Kumar Trivedi द्वारा हिंदी थ्रिलर 594 1.2k (55)एसीपी मंदार पात्रा ने देखा कि सब इंस्पेक्टर आकाश दुबे अभी भी बैठा है। वह किसी दुविधा में लग रहा था। उन्हें लगा कि उसके मन में कुछ और भी है। उन्होंने कुछ क्षण उसके बोलने का इंतज़ार किया। ...और पढ़ेजब वह कुछ नहीं बोला तो उन्होंने पूछा,"कोई मदद चाहिए ?"सब इंस्पेक्टर आकाश दुबे ने कहा,"कुछ और बातें हैं जिनके बारे में आपसे चर्चा करना है।"एसीपी मंदार पात्रा ने उसे घूरकर देखा। उन्होंने कहा,"अब चर्चा के लायक क्या बचा है ?""सर एसपी गुरुनूर कौर की हत्या के बारे में बात करनी है।"एसीपी मंदार पात्रा ने कहा,"इस संबंध में भी कोई कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें ग्यारह अमावस - 55 ग्यारह अमावस - उपन्यास Ashish Kumar Trivedi द्वारा हिंदी - थ्रिलर (316) 72.4k 130k Free Novels by Ashish Kumar Trivedi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Ashish Kumar Trivedi फॉलो