छल - Story of love and betrayal - 28 Sarvesh Saxena द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें छल - Story of love and betrayal - 28 छल - Story of love and betrayal - 28 Sarvesh Saxena द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 681 1.8k एक दिन फोन पर… कुशल - "हेलो.. कुशल स्पीकिंग" |भैरव - "क्या रे, बहुत बड़ा आदमी बन गया रे तू, दूसरों का माल हड़प के अमीर बना रे तू, हां.. अब तू संभल जा क्योंकि तेरे सारे राज मैं ...और पढ़ेहूं, तूने अपने बॉस की सारी प्रॉपर्टी हथियाली ना, पर अब तू नहीं बचेगा, हा.. हा.. हा.." |कुशल (घबराते हुए) - "कौन बोल रहा है? कौन बोल रहा है"?भैरव ने फोन काट दिया, कुशल परेशान हो गया, उसके पास अब पैसे के साथ पावर भी था, उसने पुलिस को फोन मिलाया पर काट दिया, यह सोच कर कि अगर ऐसा कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें छल - Story of love and betrayal - 28 छल - Story of love and betrayal - उपन्यास Sarvesh Saxena द्वारा हिंदी - सामाजिक कहानियां (134) 39.4k 71k Free Novels by Sarvesh Saxena अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Sarvesh Saxena फॉलो