Life Cycle ( दस्तूर जिंदगी का ) Bhumesh Kamdi द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कविता किताबें Life Cycle ( दस्तूर जिंदगी का ) Life Cycle ( दस्तूर जिंदगी का ) Bhumesh Kamdi द्वारा हिंदी कविता 1.4k 4.3k बचपन खो चूका है कही, किसी पुराने मोड़ पर जवानी भी हे जा रही अपने लड़कपन के छाप छोड़ कर आएगा बहोत जल्द वो मंजर भी ,लोग जिससे अकसर डर जाते ...और पढ़ेइन तिन हिस्सों में सिमट जाती है जिंदगी और बाद में लोग मर जाते है क्या यही है वो जिंदगी जिसके लिए तुम आतुर थे क्या लगता है तुम्हे, जिंदगी के बस इतने ही दस्तूर है... जब अस्पताल से तुम अपने घर किसी रेशम के कपडे में लिपटकर आते हो जब थोड़े बड़े होकर नर्सरी के यूनिफार्म में सिमटकर जाते हो तब सपनो को देखने की कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें Life Cycle ( दस्तूर जिंदगी का ) अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Bhumesh Kamdi फॉलो