bond free book and story is written by Sakshi Mishra in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. bond free is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बंधन मुक्त Sakshi द्वारा हिंदी लघुकथा 15 1.8k Downloads 5.8k Views Writen by Sakshi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कहते है जब शिशु जन्म लेता है तो जन्म से उसके 5 साल होने तक उसको जितना प्यार दे सको उतना देना चाहिए। फिर 5-10 तक उससे सख्त व्यवहार करना चाहिए, और 10-16 तक उसका दोस्त बन जाना चाहिए।किशोरव्यस्ता के बाद जीवन मे बहुत पड़ाव आते है,जहाँ उनको एक ऐसे साथी की ज़रूरत होती है जिसके साथ सारी परेशानी बांट कर और अगर वो भटक रहे है तो उनको सही मार्गदर्शक की ज़रूरत होती है, जो माता-पिता से बढ़कर कोई नही हो सकता, एक वही हैं जो अपने बच्चों को किसी अवसाद से निकाल सकते है, जो उनको ढेरों खुशियां More Likes This वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी