एक से बुरे दो। कौस्तुभ श्रीवास्तव द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें डरावनी कहानी किताबें एक से बुरे दो। एक से बुरे दो। कौस्तुभ श्रीवास्तव द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 1.5k 4.3k उस अंधेरे कमरे में , एक ए•सी• ,एक फूटा हुआ बल्ब और एक बेड..... बेड पर एक आदमी लेटा था। बाहर से दरवाजा खुलने की आवाज आई जैसे की रोज आती थी। हाॅल-वे से कइ लोगों के चलने की ...और पढ़ेआने लगी। अचानक से कमरे का दरवाजा खुला..... बेड पर लेटे आदमी की आँखें चौंधियाॅने लगीं। "मिस्टर संजय, आपके दोस्त आपको यहाँ से घर ले जाने आए हैं।" डॉक्टर ने कहा। संजय ने पूछा "क्या मेरी चिकित्सा पूर्ण हो गई है?" "हाँ" डॉक्टर ने कहा।"ओह! समय का तो पता ही नहीं चला।" संजय ने कहा। संजय को उसका गहरा दोस्त अक्षय और कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें एक से बुरे दो। अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी कौस्तुभ श्रीवास्तव फॉलो