Gurudev - 7 book and story is written by नन्दलाल सुथार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Gurudev - 7 is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गुरुदेव - 7 - (इश्क) नन्दलाल सुथार राही द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 1 1.9k Downloads 5k Views Writen by नन्दलाल सुथार राही Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सात फरवरी दो हजार सोलह को हमारा रीट का एग्जाम था और दिसम्बर दो हजार पंद्रह के अंत में हमारी कोचिंग पूरी हो गयी। उसके पश्चात एग्जाम तक हम रूम में ही रहे और अपना अध्ययन किया।संघर्ष के दिनों में यह महीना सर्वाधिक महत्वपूर्ण था। दिनचर्या में पढ़ाई ऐसे बस गयी थी कि अब सपने में भी जीके और कोचिंग क्लास ही आती। प्रातः तो आराम से ही उठते थे । गुरुदेव से मैं थोड़ा सा जल्दी उठ जाता था क्योंकि गुरुदेव तो रात के तीन तक बजा देते थे और मेरी आँखें एक बजाते- बजाते बेहोशी में चली जाती Novels गुरुदेव हमारी जिंदगी में कोई न कोई व्यक्ति हमें ऐसा अवश्य मिलता ही है ,जिसको देखने से ही हमारे रोम-रोम में उत्साह और रोमांच भर जाता है। ऐसा ही एक व्यक्तित्व ज... More Likes This तीन दोस्त ( ट्रेलर) द्वारा Varun Kumar एक महान व्यक्तित्व - 1 द्वारा krick बुजुर्गो का आशिष -1 द्वारा Ashish जिंदगी के पन्ने - 1 द्वारा R. B. Chavda उसने मुझे जीना सिखाया द्वारा Ashok Kaushik व्यवसाय की सफलता के 99 नियम द्वारा Mahendra Sharma सनम बेवफा द्वारा Wajid Husain अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी