Resource book and story is written by किशनलाल शर्मा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Resource is also popular in Human Science in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. साधन Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी मानवीय विज्ञान 553 2.1k Downloads 6.5k Views Writen by Kishanlal Sharma Category मानवीय विज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जब मैं समझदार हुआ तब मेरा ध्यान सड़क किनारे बैलगाड़ी पर छप्पर ताने लोगो पर गया।तब मुझे पता चला।ये गड़रिया लुहार है।महाराणा प्रताप को महलों को छोड़कर जंगलो में रहना पड़ा था।ये उसी परम्परा का निर्वाह कर रहे है।आपको शहरों,कस्बो ही नही कही कही गांवो किनारे भी एक दो घर इनके मिल जाएंगे।पहले मैं सोचा करता था।ये लोग कैसे संसाधन विहीन या कम संसाधनों के रहते जीवन बिता लेते है।आज जब मानव ने इतनी तरक्की कर ली है चांद। पर जा पहुंचा है इंसान तब भी ये लोग आदिम युग मे जी रहे है।कहीं कही कुछ मात्रा में संसाधन जैसे More Likes This रात का राजा - भाग 1 द्वारा Raj Phulware मैं महत्वपूर्ण नहीं हूँ: बरगद की कहानी - 2 द्वारा Dr. Gyanendra Singh Why Did The Man Go - 1 द्वारा Sadik Pathan 01 जवान लड़का – भाग 1 द्वारा Katha kunal दा आर्ट ऑफ फ्लर्टिंग - भाग 1 द्वारा saif Ansari मंजिले - भाग 22 द्वारा Neeraj Sharma मौत और पुनः जिन्दा होने के बीच का अनुभव द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी