बेवजहा के ख़याल - 3 Merikhanii द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

Bewajah ke khayal द्वारा  Merikhanii in Hindi Novels
मैंने जब तक ताजमहल नही देखा था तो मुझे लगता था की दुनिया कुछ भी कहे ताजमहल इतना भी खूबसूरत नही है, क्योंकि ताज की तस्वीर मेरे कमरे की दीवार से लगी थी...

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