इंस्पेक्शन - 1 किशनलाल शर्मा द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें इंस्पेक्शन - 1 इंस्पेक्शन - 1 किशनलाल शर्मा द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 915 4k ट्रिन ट्रिनफोन की घटींं बजते ही पार्सल इनचार्ज मीणा ने फोन उठाया था।फोन उठाते ही आवाज सुनाइ पड़ी,"मैं मोरया।""यस सर्।"सीनियर डी सी एम की आवाज सुनते ही ...और पढ़ेअपनी आवाज में मिठास घोलते हुए बोला,"आदेश सर्।""जी एम साहिब दस तारीख को इंस्पेक्शन के लिए आगरा आ रहे है। तुम फोन करके सब विभागों के इंचार्ज को बता दो।""सर् अभी सब को बताता हूँ।""वैसे मैं परसों आगरा आ रहा हूँ।सारी व्यवस्था तभी तय कर लेंगे।""जी सर्।"सीनियर डीसीएम का संदेश मिलते ही मीणा ने स्टेशन प्रबंधक और सभी विभागों के इंचार्जों को संदेश दे दिया था।इंचार्जों को विश्वास नही हुआ कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें इंस्पेक्शन - 1 इंस्पेक्शन - उपन्यास किशनलाल शर्मा द्वारा हिंदी - सामाजिक कहानियां 3.2k 13.5k Free Novels by किशनलाल शर्मा अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी किशनलाल शर्मा फॉलो