सपने (भाग 2) Kishanlal Sharma द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें सपने (भाग 2) Dreams (Part 2) book and story is written by किशनलाल शर्मा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Dreams (Part 2) is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सपने (भाग 2) Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1.4k 4.6k बेटे की बात सुनकर नागेश के पिता बोले,"बेटा तू खुद समझदार है।""पिताजी वहां काम करने से हमारे परिवार की गरीबी दूर हो जायेगी।राजन को खूब पढ़ा सकेंगे।रुक्मा, देवी और पार्वती भी पढ़ लेंगी और उनकी शादी भी ...और पढ़ेजगह धूम धाम से हो जाएगी।""बेटा अगर ऐसा है तो तू जरूर चला जा।हमारे देश मे मेहनत के बदले मिलता ही क्या है?अगर वहां ज्यादा पैसा मिलेगा तो तू जरूर चला जा।"पिता की स्वीकृति मिलने के बाद उसने पता किया कि दुबई या खाड़ी के देश मे कैसे जा सकते हैं?वहां जाने के लिए सबसे पहले पासपोर्ट व वीजा की जरूरत थी।इन कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें सपने (भाग 2) सपने - उपन्यास Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 4.1k 12.8k Free Novels by Kishanlal Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी