Jese bhi hai, aakhir tere hi bacche hai!! book and story is written by Dave Vedant H. in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jese bhi hai, aakhir tere hi bacche hai!! is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. जेसे भी हैं, आख़िर तेरे ही बच्चे हैं!! Dave Vedant H. द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 10 2.2k Downloads 8.9k Views Writen by Dave Vedant H. Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण चलो, आज एक बात करते हैं कोरोना के बाद के युग की। रो - रोक आज बात करते हैं ईस कोरोना के कपरे समय में हमारे देश के मजदूर की। सब कुछ बदला......क्यूकी ये समय कहाँ है अटका!! कोरोना के आने के बाद पूरी दुनिया बदल गई, मगर भारत का मजदूर कोरोना के पहले हो या उसके बाद, 'लाचार का लाचार!', 'बेचारा का बेचारा!', 'गरिब का गरिब!' ओर 'मजबूर का मजबूर!'....हा मगर कहि ना कहि कोरोना के पहले मजदूरो के पास कुछ रोजी तो थी ओर रोजी थी तो माथे पे छत थी, जीने के लिए उम्मिद थी, खाने के More Likes This सर्विस पॉर्ट - 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz My Passionate Hubby - 1 द्वारा Asha Sahu किरन - 2 द्वारा Veena नागिन और रहस्यमयि दुनिया - 1 द्वारा Neha Hudda प्यार बेशुमार - भाग 6 द्वारा Aarushi Thakur नागेंद्र - भाग 1 द्वारा anita bashal दिवाकर : दी फादर - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी