सचमुच तुम ईश्वर हो ! 10 - अंन्त ramgopal bhavuk द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

Sachmuch tum Ishwar ho द्वारा  ramgopal bhavuk in Hindi Novels
व्यंग्य की तेजधर उच्छंखल समाज की शल्य-क्रिया करने में समर्थ होती है। आज के दूषित वातावरण में यहाँ संवेदना मृत प्रायः हो रही है। केवल व्यंग्य पर ही मेर...

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