And the sadness of the expanding expanse book and story is written by Alka Agrawal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. And the sadness of the expanding expanse is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. और उदासी छंट गई विस्तार वात्सल्य का Alka Agrawal द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1 1.1k Downloads 4k Views Writen by Alka Agrawal Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण निधि सुबह उठकर बाहर बरामदे में बैठकर अखबार पढ़ती है। बरसों से यहा नियम है, सुबह की चाय के साथ दोनों पति-पत्नी समाचारों का आनन्द लेते हैं। गर्मी में, उनके बगीचे से आने वाली शीतल, सुरभित पवन से उनका तन-मन सुवासित हो जाता है। छोटे शहरों में रहने का अपना ही मजा है, नहीं तो बड़े शहरों में अकारण ही दो घण्टे पहले नौकरी के लिए निकलना पड़ता है। अपनी भाभी को देखा है उसने, दिल्ली में। इतना व्यस्त जीवन, जैसे ठीक से साँस लेने की भी फुर्सत न हो। समाचारों पर निगाह डालते हुए अतुल की नज़र रोशनदान पर More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी