Kalchakra book and story is written by श्रुत कीर्ति अग्रवाल in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kalchakra is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कालचक्र श्रुत कीर्ति अग्रवाल द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 5 2.1k Downloads 9k Views Writen by श्रुत कीर्ति अग्रवाल Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कालचक्र उस दिन अचानक आशीष का फोन आया। न जाने कितने समय बाद उसकी आवाज़ कान में पड़ी थी। ये मेरे इकलौते बेटे की आवाज़ थी... उस बेटे की, जिसे बनाने में हमने अपना पूरा जीवन ही लगा दिया था। उसको इतना प्यार किया कि स्वयं को भूल गए पर समर्थ होते ही उसने हमको ही नकार दिया। न हमारा प्यार देखा न त्याग... उसे क्या पता, उसके दिये जख्मों से सीना कैसा छलनी हो चुका है मेरा! सारी संवेदनाएं अब समाप्त हो चुकी हैं... कि मुझे कोई खुशी नहीं हुई है उसकी आवाज़ सुनकर! लेकिन यह क्या, अविश्वास से मेरा More Likes This मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी