एक बहू ऐसी भी r k lal द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें महिला विशेष किताबें एक बहू ऐसी भी एक बहू ऐसी भी r k lal द्वारा हिंदी महिला विशेष (28) 327 1.2k एक बहू ऐसी भी आर ० के ० लाल आज जतिन बहुत खुश एवं उत्साहित था क्योंकि उसकी पत्नी सुभद्रा विदेश से छ: माह बाद आज सुबह ही वापस आई थी। उससे इतने दिनों का विछोह सहा नहीं ...और पढ़ेरहा था । पढ़ाई पूरी करते ही सुभद्रा की सगाई हो गयी थी, उसने मैनेजमेंट का कोर्स किया था मगर उसे कोई अच्छी नौकरी दिल्ली के आसपास नहीं मिल रही थी। उसके मामा विदेश एक मल्टीनेशनल कंपनी में किसी ऊंचे पद पर थे इसलिए सुभद्रा को उनकी कंपनी में जॉब मिल गईं थी। उसे ट्रेनिंग पर इंग्लैंड जाना पड़ा था। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ r k lal फॉलो