darindgi se insaaf... book and story is written by Dear Zindagi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. darindgi se insaaf... is also popular in Poems in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दरिंदगी से इंसाफ़... Dear Zindagi द्वारा हिंदी कविता 34 1.6k Downloads 7.1k Views Writen by Dear Zindagi Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दुख दर्द और जख्मी जिस्म ,तड़प रही रूह दुनिया के सामने,जूझ रहा कायनात का हर वक़्त,नन्ही कली को कैद बना रख घर ,बिखरा हुआ हर एक शक्श जहा से,निखर जाए जो लड़ा जाए इस सोच पर,सुनना एक दर्दनाक कहानी,जो हर बार बनती और दफन हो जाती है।जिस्म के भूखे नंगे आज खुले शहर में,घूम रहा हर शहर में गंदी नजर लड़िकयों में,चहेरा देख के कपड़े से नजरे बिगाड़ता,पहचाना नहीं जाता हर समाज में छुपा राक्षाशी रूप में।निकल नहीं सकी फुल जैसी कली,घर के आंगन में घुम ना सकी ना खेल सकी,बंध कर दिया दुनिया ने कैद कमरों में,क्यू हुआ ऐसा More Likes This मी आणि माझे अहसास - 98 द्वारा Darshita Babubhai Shah लड़के कभी रोते नहीं द्वारा Dev Srivastava Divyam जीवन सरिता नोंन - १ द्वारा बेदराम प्रजापति "मनमस्त" कोई नहीं आप-सा द्वारा उषा जरवाल कविता संग्रह द्वारा Kaushik Dave मेरे शब्दों का संगम द्वारा DINESH KUMAR KEER हाल ए दिल द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी