दिलरस - 2 Priyamvad द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Dilrash द्वारा  Priyamvad in Hindi Novels
पतझर आ गया था।

उस पेड़ पर एक भी पत्ता नहीं बचा था। बाजरे की कलगी के एक-एक दाने को जैसे तोता निकाल लेता है, उसी तरह पतझर ने हर पत्ते को अलग कर दिया...

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