vaigyanik muni agasty book and story is written by राजनारायण बोहरे in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. vaigyanik muni agasty is also popular in Mythological Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. वैज्ञानिक मुनि अगस्त्य राजनारायण बोहरे द्वारा हिंदी पौराणिक कथा 6 2.4k Downloads 9.7k Views Writen by राजनारायण बोहरे Category पौराणिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वैज्ञानिक मुनि अगस्त्य विध्याचत पार करके समुद्र तट को जाने के लिए निकले मुनियों का एक काफिला विध्याचल से वापस लौट आया और मुनियों के इस काफिले ने त्रयम्बकेश्वर महादेव की पूजा करने हेतु बिश्राम किया । सुबह जब वे अगस्त्य मुनि के आश्रम में सतसंग हेतु गये तो उन्होने अपनी पीड़ा कह सुनाई। किंवदंती है कि विंध्याचल पर्वत रात दिन बढ़ता जारहा था इतना कि हिमालय से उतर कर दक्षिण दिशा में समुद्र तट तक जाने वाले ऋशि मुनि और दूसरे तीर्थ यात्रियों को विध्याचल पार करके उस पार जाना दुर्गम होने लगा था । उन्होनंे तुरंत ही More Likes This अंजाना रिश्ता ये अपना ...... - 1 द्वारा VAISHNAVI PADVI इंद्रप्रस्थ - 1 द्वारा Shakti भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा - 1 द्वारा Renu वेदव्यास द्वारा Renu जनमेजय द्वारा Renu परीक्षित द्वारा Renu शिशुपाल द्वारा Renu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी