आगोश rajendra shrivastava द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें आगोश AGOSH book and story is written by rajendra shrivastava in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. AGOSH is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. आगोश rajendra shrivastava द्वारा हिंदी लघुकथा 1.4k 5.5k लघुकथा-- आगोश --राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, ...और पढ़े कमरे का दरवाजा खोलते ही मधु अन्दर चली गई, तत्काल बाद ही मैं उसके पीछे-पीछे आ गया। वह पंखा, कूलर, ट्यूबलाईट आदि ऑन करने लगी। मैं उसके शरीर सौष्ठव को पीछे से घूरता रहा, वह जिधर-जिधर चहल-कदमी करती मेरी निगाहें उधर-उधर ही अनायास घूमती रही। पीछे भी एकाग्र होकर देखने पर कितनी मादकता पूर्ण मनोस्थिति मेहसूस होती है। एक मस्ती सी मिजाज में घुलने लगती है। जो उत्तरोत्तर उन्नत होती जाती है। चरम बिन्दु की ओर.....। सन्नाटे में, खासकर रात्रिकालीन स्निग्धता में सुरूर घुलने लगता है। ऑंखों में कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें आगोश अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी