लिखी हुई इबारत - 4 Jyotsana Kapil द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें लिखी हुई इबारत - 4 likhi hui ibarat - 4 book and story is written by Jyotsna Kapil in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. likhi hui ibarat - 4 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. लिखी हुई इबारत - 4 Jyotsana Kapil द्वारा हिंदी लघुकथा 1.9k 6.2k लिखी हुई इबारत बड़ी बेसब्री से बेटे की पसन्द देखने का इंतज़ार करती डॉक्टर शिल्पा उस लड़की को देखकर चौंक गई। " ये क्या , शिशिर ...और पढ़ेयही मिली थी ?" सात वर्ष पहले किसी सम्बन्धी की ज़बरदस्ती का शिकार होकर गर्भवती हुई उस किशोरी को उसी ने तो छुटकारा दिलाया था उस मुसीबत से। " ठीक है माना कि लड़की की कोई गलती नहीं थी, पर मेरा ही बेटा क्यों ?" रसोई में आकर वह बड़बड़ाई।उसका मन कसैला हो उठा था। " क्या सारे समाज सुधार का ठेका हमने ही ले रखा है ?" " एक्सक्यूज़ मी । " पृष्ठ से उभरे स्वर को कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें लिखी हुई इबारत - 4 लिखी हुई इबारत ( लघुकथा संग्रह ) - उपन्यास Jyotsana Kapil द्वारा हिंदी लघुकथा (73) 14.7k 53.2k Free Novels by Jyotsana Kapil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी