Kanyadaan book and story is written by Sunita Agarwal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kanyadaan is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कन्यादान Sunita Agarwal द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 4.6k 2.8k Downloads 12.8k Views Writen by Sunita Agarwal Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सहेलियों से घिरी हुई अवनी दुल्हन के लाल जोड़े में बेहद खूबसूरत लग रही है।उसकी सखियाँ हँसी ठिठोली कर रही हैं। "देखो अवनी के हाथों में मेंहदी कितनी गहरी लगी है जीजू बहुत प्यार करेंगे अवनी को "तभी दूसरी कहती है "करेंगे ही हमारी अवनी इतनी प्यारी जो है"।तभी उसकी माँशुभ्रा कमरे में आती है अवनी की तरफ देखकर "कितनी प्यारी लग रही है मेरी लाडो किसी की नजर न लगे " और एक छोटा सा काला टीका अवनी की ठोढ़ी पर लगा देती है।इतने में अवनी के पिता समीर शुभ्रा को आवाज देते हैं"शुभ्रा कहाँ हो तुम "शायद उन्हें More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी