गवाक्ष - 8 Pranava Bharti द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें गवाक्ष - 8 गवाक्ष - 8 Pranava Bharti द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 953 3.5k गवाक्ष 8= एक दिन सैवी ने अपने कॉलेज की ज़हीन छात्रा स्वाति को अपनी ' फ़ैक्ट्री ' के द्वार पर ऑटोरिक्शा से उतरते देखा और वह बैचैन हो उठा । अपने कॉलेज के दिनों से वह उसे पसंद करने ...और पढ़ेथा । वह एक मध्यवर्गीय स्वाभिमानी छात्रा थी । उसने पैसे वाले उस बिगड़ैल रईस की ओर कभी ध्यान नहीं दिया था । कई बार प्रयास करने पर भी वह उसके हाथ न लगी । उस लड़की में अवश्य ही ऐसा कुछ था जिसे वह कई वर्ष पश्चात भी भुला नहीं पाया था। वह अपने कार्यालय में किसी से उसके बारे में कुछ पूछ नहीं सकता था, यह उस जैसे अकड़ू रईस के लिए असम्मानजनक व अशोभनीय था कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें गवाक्ष - 8 गवाक्ष - उपन्यास Pranava Bharti द्वारा हिंदी - सामाजिक कहानियां (227) 42.4k 161.8k Free Novels by Pranava Bharti अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Pranava Bharti फॉलो