फ़लक तक चल... साथ मेरे ! - 4 - अंतिम भाग Nidhi Agrawal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Falak tak chal.. sath mere द्वारा  Nidhi Agrawal in Hindi Novels
पर्दों के बीच की झिरी से सूरज की किरणें वनिता के चेहरे पर ऐसे पड़ रही थी जैसे किसी मंच पर प्रमुख किरदार के चेहरे पर स्पॉटलाइट डालकर उसके चेहरे के भावो...

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