betiya book and story is written by Krushkumar Ashu in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. betiya is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बेटियां Krishan Kumar Ashu द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 5 1.5k Downloads 4.4k Views Writen by Krishan Kumar Ashu Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बेटियां भवानी प्रसाद की आंखों से नींद कोसों दूर थी। शरीर पलंग पर था मगर दिल कहीं ओर। वे समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर वे करें तो करें क्या? उनके सामने एक तरफ कुआं-दूसरी तरफ खाई थी। एक तरफ उनकी आत्मा उन्हें धिक्कारती कि उन्होंने मोह-माया में फंसकर अपनी तमाम उम्र की पूंजी गंवा दी। अपने वे सिद्धान्त जिनके लिए वे बड़े अधिकारियों व पूंजीपतियों की भी परवाह नहीं करते थे, आखिर क्या थे! जिन्हें निभा कर उन्होंने जमाने भर की नाराजगी और भीषण परेशानियां झेली थी। अब वे पूरी तरह कंगाल हैं! आदर्श के रूप में देखने More Likes This जिंदगी के रंग - 1 द्वारा Raman रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी