Kesaria Balam - 3 book and story is written by Hansa Deep in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kesaria Balam - 3 is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
केसरिया बालम - 3
Hansa Deep
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
Four Stars
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विवरण
केसरिया बालम डॉ. हंसा दीप 3 पंखों को छूती हवाएँ एक-एक करके मायका तो छूटना ही था, बचपन का साथ भी छूटना था, आखिर कब तक यह साथ रहता भला! इस नये क्रम की शुरुआत हुई सलोनी से। सलोनी तो साँवली थी पर उसका बाँका गोरा था। काली मूँछें और तीखी नाक, माथे पर घुंघराले बाल। जब पहली बार आया था तो हीरो ही लग रहा था। उस समय तो वे दोनों भी उसके साथ अपने सपनों में डूबने लगी थीं जब सलोनी ने कजरी और धानी से कहा था – “जिसे मैंने देखा नहीं, जिससे कल्पना लोक में ही
केसरिया बालम डॉ. हंसा दीप 1 “केसरिया बालम पधारो म्हारे देस” बचपन से ही गाते हुए, अंदर ही अंदर, गहरे तक यह गीत रच-बस गया था। इसके तार दिल से जुड़े थे,...
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