Bhabhi kash tum purush hui hoti book and story is written by shalini singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Bhabhi kash tum purush hui hoti is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. भाभी काश तुम पुरुष हुई होतीं shalini singh द्वारा हिंदी लघुकथा 17 1.4k Downloads 9k Views Writen by shalini singh Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण माँ ने फ़ोन पर जब घबराई आवाज़ में बताया कि बेटा.. अपरा हम सबको छोड़ कर चली गई तो मेरे मुँह से बस इतना निकला कि माँ वो गई नही.. उसे मार डाला हम सबने मिलकर,हमारी खोखली मान्यताओं ने ..जीवन से भरी लड़की के जीवन से रंग छीन लिये और उसे उदासी के दलदल में अकेले धँसते जाने दिया...माँ वो हर पल ख़ुश-ख़ुश रहने वाली लड़की के पास दुख सहेजने के लिये कोई मन बाकी कहाँ था और फोन रखकर जड़ हो गई।मेरे अंदर दुख से अधिक गुस्सा भरा था।वहीं बैठ गई डाइनिंग टेबल की कुर्सी पर और अपरा भाभी More Likes This दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी