AANSU TERE PREM KE (LAGHU KATHA) book and story is written by भार्गव हिन्दी जुड़वाँ in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. AANSU TERE PREM KE (LAGHU KATHA) is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. आँसू तेरे प्रेम के (लघु कथा) हेतराम भार्गव हिन्दी जुड़वाँ द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 5.2k 3.4k Downloads 17.9k Views Writen by हेतराम भार्गव हिन्दी जुड़वाँ Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आंसू तेरे प्रेम के एक स्मृति जिसे मन कभी भूला ना सका। तीस बर्षों बाद साहित्य की पत्रिका पढते हुए अनायास एक अभिनन्दन पत्र पर नजरें पड़ी। पढ़ते पढ़ते रोम रोम रोने लग गया। बेटे ने पूछा क्या हुआ माँ!, क्या कहती उसे, जो कभी खुद को नहीं कह पाई। दूबारा पूछने पर इतना कहा, ये बहुत अच्छे कवि थे, मेरी इच्छा थी मैं ऐसे विद्वान से मिलूँ, पर अब वो नहीं रहे। कहते हुए आंसू टपक पड़े। ममता के अपार स्नेह में पले मेरे पुत्र ने विश्वास से कहा, मांँ! आप इनसे मिल नहीं पाई दुख More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी