tanhaiya book and story is written by Tawassum niha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. tanhaiya is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तन्हाईयाँ Husn Tabassum nihan द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 5 2.2k Downloads 8.3k Views Writen by Husn Tabassum nihan Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण तन्हाईयाँ जैसे ही उन्होंने व्हिस्की के पैग को हलक़ में उंडेला, व्हिस्की खिलखिला उठी- ‘‘पी डालूंगी ढक्कन को! जनबूझ के हमसे पंगा ले रहा है। खंजड़ न कर दूं तब कहना....पी...डालूंगी‘‘ पैग खाली हो गया। वह सूनी पथराई दृष्टि से कैफे के बाकी कोनों को घूरते रहे फिर सिगरेट सुलगाई, सिगरेट तमतमाई, फिर मुस्कुराई- ‘‘जला के राख कर दूंगी, फिर मत कहना हाँ‘‘ किंतु कौन किसकी सुनता है? बड़े बाबू या मोहन बाबू धुंए के धक्कड़ फेंकने लगे। कभी मुँह से कभी नाक से और आंखों में मिर्च की तुर्शी घुलती रहीं। सयास, सामने एक विस्मृत विगत पछाड़ खाने लगा More Likes This घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari BTS ??? - 4 द्वारा Black डॉ. बी.आर. अंबेडकर जीवन परिचय - 1 द्वारा Miss Chhoti चाय के किस्से - 1 द्वारा Rohan Beniwal अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी