Chhatave vetanman samay me ek do koudi ka aadmi book and story is written by Kailash Banwasi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Chhatave vetanman samay me ek do koudi ka aadmi is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. छठवें वेतनमान समय में एक दो कौड़ी का आदमी! Kailash Banwasi द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1 1.5k Downloads 6.9k Views Writen by Kailash Banwasi Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण छठवें वेतनमान समय में एक दो कौड़ी का आदमी! कैलाश बनवासी संतोष अपनी माँ को लेकर बस से जामुल गया था,डॉक्टर चांदवानी के यहाँ। वहाँ से उनकी जाँच कराने के बाद अपने गाँव करेली लौट आया। अच्छा हुआ कि माँ का बुखार सामान्य निकला।मलेरिया या डेंगू टाइप कुछ ए ेसा—वैसा नहीं। लेकिन जो बात ए कदम खल गई, वह यह कि डॉक्टर ने अपनी फीस फिर बढ़ा दी है।पहले सौ लेता था,आज डेढ़ सौ लिया!सीधे पचास रूपए की बढ़ोत्तरी!माँ को घर छोड़ने के बाद वह सीधे स्कूल आ गया—अपनी ट्राइसिकल में। उसका ए क पैर पोलियो ग्रस्त है,और वह लंगड़ाकर More Likes This चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari BTS ??? - 4 द्वारा Black डॉ. बी.आर. अंबेडकर जीवन परिचय - 1 द्वारा Miss Chhoti चाय के किस्से - 1 द्वारा Rohan Beniwal एक रात - एक पहेली - पार्ट 1 द्वारा Kaushik Dave कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 3 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी