इस कहानी में यशवन्त कोठारी ने बच्चों में बढ़ते अपराधी मनोवृत्ति और शिक्षकों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने बताया है कि सामाजिक मूल्यों में बदलाव, राजनीतिक जागरूकता और पाश्चात्य सभ्यता की अनुकरण ने छात्रों और शिक्षकों के बीच की खाई को बढ़ा दिया है। इसके परिणामस्वरूप, बच्चों में अपराधी प्रवृत्तियां तेजी से विकसित हो रही हैं। कहानी में यह भी कहा गया है कि बच्चों का मानसिक विकास अपरिपक्व होता है, जिससे वे अच्छे और बुरे कार्यों के बीच अंतर नहीं कर पाते। यदि बच्चों को सही दिशा नहीं दी जाती, तो वे गलत रास्ते पर चल सकते हैं। शिक्षक की उपेक्षा और उनके बाल मनोविज्ञान से अनभिज्ञता इस समस्या का एक प्रमुख कारण है। कहानी में यह सुझाव दिया गया है कि बच्चों को नैतिक शिक्षा और सही मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है ताकि वे अपराध की ओर न बढ़ें। इसके अलावा, बच्चों के विकास के लिए परिवार और समाज की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। शिक्षक का नैतिक दायित्व बढ़ गया है कि वे बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि नैतिक ज्ञान भी प्रदान करें। वैश्या वृतांत - 30 - अंतिम भाग Yashvant Kothari द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 11 3.9k Downloads 12.9k Views Writen by Yashvant Kothari Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वैश्या वृतांत यशवन्त कोठारी अपराधी बच्चे और शिक्षक की भूमिका स्वच्छंदता, उच्छृंखला, बदलता सामाजिक मूल्यों तथा राजनीतिक जागरुकता ने छात्रों और अध्यापकों के बीच की खाई को बहुत चौड़ा कर दिया है। यही कारण है कि छात्रों, खासकर कम उम्र के बालकों में अपराध मनोवृति बहुत बढ़ती जा रही है। पाश्चात्य सभ्यता की अंधी नकल और सिनेमा आदि के कुप्रभावों ने बालकों में विभिन्न प्रकार की अपराधी प्रवृत्तियां उत्पन्न की हैं और ये प्रवृत्तियां तेजी से बढ़ रही हैं, जो आने वाले समय के खतरे के निशानों को पार कर जाने वाली है। प्रारंभिक सर्वेक्षणों से पता चला है कि Novels वैश्या वृतांत देह व्यापार.विवेचन इनसाइक्लोपेडिया ब्रिटानिका के अनुसार देह व्यापार का अर्थ है मुद्रा या धन या मंहगी वस्तु और षारीरिक सम्बन्धों का विनिमय। इस परिभापा... More Likes This प्रेमपत्र - 1 द्वारा Vrishali Gotkhindikar युवी और नियु की कहाँनी - 1 द्वारा krick हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 2 द्वारा Rishabh Sharma राधे ..... प्रेम की अंगुठी दास्तां - 6 द्वारा Soni shakya सजा या साथ? - 1 द्वारा InkImagination Unexpected Love - 1 द्वारा Dark Moon मोहब्बत थी... या साज़िश ? 1 द्वारा parth Shukla अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी