इस कहानी में हेमांगिनी अपने पति विपिन से एक बच्चे, किशन, को अपनाने की अनुमति मांगती है। वह किशन के दुख और उसके अनाथ होने के बारे में चिंतित है। विपिन इस प्रस्ताव को ठुकराते हैं और उसे अपने मजाकिया स्वभाव में टालते हैं। हेमांगिनी अपने प्यार और स्नेह के साथ किशन को अपने बच्चे की तरह पालने का वादा करती है। विपिन की अनिच्छा और क्रूरता से हेमांगिनी अत्यंत दुखी होती है, लेकिन वह हार नहीं मानती। कहानी में विपिन और हेमांगिनी के बीच संवाद में भावनाओं का टकराव है। वह अंततः विपिन को यह कहकर चुनौती देती है कि अगर वह किशन को नहीं अपनाएंगे, तो वह उसे खुद बुला लेगी। अगले दिन, भारी बारिश के बीच, हेमांगिनी अपने परिवार के सदस्यों से किशन के बारे में पूछती है, जिससे पता चलता है कि किशन को कुछ अन्य बच्चों द्वारा प्रताड़ित किया गया है। हेमांगिनी की चिंता और करुणा उसे अपने निर्णय पर मजबूर करती है, लेकिन विपिन का विरोध उसकी पीड़ा को बढ़ा देता है। कहानी में मातृत्व की भावना और सामाजिक अन्याय के प्रति संवेदनशीलता का चित्रण किया गया है। मंझली दीदी - 8 - अंतिम भाग Sarat Chandra Chattopadhyay द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 109.1k 22.9k Downloads 37.9k Views Writen by Sarat Chandra Chattopadhyay Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रात हेमांगिनी ने अपने पति को बुलाकर रुंधे गले से कहा, ‘आज तक तो मैंने तुमसे कभी कुछ नहीं मांगा, लेकिन आज इस बीमारी के समय एक भिक्षा मांगती हुं, दोगे?’ विपिन ने संदिग्ध स्वर में कहा, ‘क्या चाहती हो?’ ‘किशन को मुझे दे दो। वह बेचारा बहुत दुःखी है। उसके मां-बाप नहीं हैं। वह लोग उसे मार डालते हैं। यह मुझसे देखा नहीं जाता।’ विपिन ने कुछ मुस्कुराकर कहा, ‘तो आंखे मूंद लो। बस, सारा झगड़ा मिट जाएगा।’ Novels मंझली दीदी किशन की मां चने-मुरमुचे भून-भूनकर और रात-दिन चिन्ता करके वहुत ही गरीबी में उसे चौदह वर्ष का करके मर गई। किशन के लिए गांव में कही खडे होने के लिए भी जग... More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी