चुड़ैल का इंतकाम - भाग - 7 (अंतिम भाग) Devendra Prasad द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें डरावनी कहानी किताबें चुड़ैल का इंतकाम - भाग - 7 (अंतिम भाग) चुड़ैल का इंतकाम - भाग - 7 (अंतिम भाग) Devendra Prasad द्वारा हिंदी डरावनी कहानी (61) 2.5k 5.8k अचानके चुड़ैल जोर जोर से हंसने लग जाती है। हंसते हंसते फिर रोने लग जाती है। थोड़ी देर में जब वह शांत हुई तो बोलती है- "मेरा नाम मेहजबीन शेख है। मैं यहां से 150 किलोमीटर दूर स्थित किशनपुर ...और पढ़ेरहती थी। 21 वर्ष पहले मेरे जन्म होने के कुछ दिनों बाद ही मेरे वालिद मुझे और मेरी अम्मी को छोड़ कर पड़ोस की एक महिला नुसरत बानो के साथ भाग कर दुबई चले गए। मेरी अम्मी ने मेरा लालन पालन बड़ी ही ज़िम्मेदारी से किया।वो सिलाई, कढ़ाई के काम मे निपुण थी। मैं अपनी अम्मी की इकलौती संतान थी। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें चुडैल का इंतकाम - उपन्यास Devendra Prasad द्वारा हिंदी - डरावनी कहानी (392) 37.2k 62.7k Free Novels by Devendra Prasad अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Devendra Prasad फॉलो