यह कहानी "डॉमनिक की वापसी" में दीपांश के नाटक के प्रदर्शन के बाद की घटनाओं का वर्णन है। विश्वमोहन दीपांश को उसकी गलती पर डांटना चाहते हैं, लेकिन दर्शकों की भीड़ उसे घेर लेती है। रेबेका, जो दीपांश की प्रशंसा कर रही है, उसे बधाई देने की इच्छा से थिएटर से बाहर निकलती है, लेकिन बाहर पत्रकारों द्वारा घेर ली जाती है। रेबेका दीपांश के अभिनय से प्रभावित होती है और उसे देखने के लिए अनायास रुक जाती है। जब वह चौराहे पर ऑटो की तलाश में होती है, तो उसे एक सुनसान रास्ते पर दीपांश की आकृति दिखाई देती है। दोनों एक-दूसरे को पहचानते हैं और रेबेका को विश्वास नहीं होता कि दीपांश इस सफलता के बाद अकेला है। दीपांश चकाचौंध से दूर भागता है और अपनी छवि से पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहा है। रेबेका और दीपांश मिलते हैं और रेबेका अपनी भावनाओं को व्यक्त करती है कि उसे दीपांश की परफॉर्मेंस के बारे में शब्द नहीं मिल रहे हैं। दोनों एक साथ आगे बढ़ते हैं, यह दिखाते हुए कि उनके बीच की बातचीत और संबंध गहरा होता जा रहा है। डॉमनिक की वापसी - 22 Vivek Mishra द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 1.6k Downloads 5.1k Views Writen by Vivek Mishra Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण विश्वमोहन दीपांश को उसकी गुस्ताखी पर डांटना चाहते थे. पर उससे मिलने के लिए भीड़ उमड़ी पड़ रही थी. दर्शकों ने उसे घेर लिया था. वे उससे मिलने के लिए पागल हुए जा रहे थे. शिमोर्ग और रमाकांत भी भीड़ से घिरे मुस्करा रहे थे. दीपांश तक पहुँचना मुश्किल था इसलिए रेबेका दूर से ही हाथ हिलाकर उसे बधाई देकर चुपचाप थिएटर से बाहर आ गई थी. बाहर निकलने पर विश्वमोहन को पत्रकारों ने घेर लिया था. रेबेका थिएटर से बाहर आकार भी दीपांश के अभिनय के प्रभाव से बाहर नहीं आ पाई थी सो दीवार पर लगे बड़े से पोस्टर में दीपांश को देखके ठिठक गई. Novels डॉमनिक की वापसी वो गर्मियों की एक ऐसी रात थी जिसमें देर तक पढ़ते रहने के बाद, मैं ये सोच के लेटा था कि सुबह देर तक सोता रहूँगा। पर एन उस वक़्त जब नींद सपने जैसी किसी ची... More Likes This मोहब्बत थी... या साज़िश ? 1 द्वारा parth Shukla कैंपस क्रश - 1 द्वारा Aditya Ahirwar एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा - 1 द्वारा Aradhana बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 1 द्वारा Maya Hanchate You Are My Life - Introduction द्वारा Butterfly पहली रात की सुहागरात - भाग 1 द्वारा Sujata Sood अनकही दास्तां (शानवी अनंत) - 1 द्वारा Akshay Tiwari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी