"डॉमनिक की वापसी" कहानी में दीपांश और विश्वमोहन के बीच बातचीत होती है। विश्वमोहन दीपांश को बताता है कि दर्शकों का रिस्पॉन्स बहुत अच्छा है और नाटक का प्रदर्शन दुनियाभर में होगा, जिससे उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा। वह दीपांश से पूछता है कि उसे शिमोर्ग से क्या समस्या है, जबकि दीपांश कहता है कि उसे किसी से कोई समस्या नहीं है और वह सबका एहसानमंद है। विश्वमोहन दीपांश को समझाता है कि अभिनय का मतलब केवल अपने किरदार को जीना नहीं है, बल्कि उसके होने का यकीन दिलाना है। वह दीपांश को सलाह देता है कि अगर वह शिमोर्ग को चाहता है, तो उसे समझदारी से काम लेना होगा। इस बीच, दीपांश को पता चलता है कि शिमोर्ग को सेतिया के पास भेजने का फैसला विश्वमोहन का था, जिससे वह परेशान हो जाता है। कहानी में तनाव बढ़ता है जब दीपांश अपने किरदार और वास्तविकता के बीच संघर्ष कर रहा है और विश्वमोहन उसे अपने किरदार को समझने के लिए प्रेरित करता है। अंततः, दीपांश खुद को अपने किरदार से बाहर निकलने का प्रयास करता है। डॉमनिक की वापसी - 21 Vivek Mishra द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 2 1.7k Downloads 5.4k Views Writen by Vivek Mishra Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण शिमोर्ग के मंच पर जाते ही विश्वमोहन रूम में आए. बिना कुछ कहे दीपांश के सामने बैठ गए. फिर जैसे अपने से ही बात करते हुए बोले ‘बहुत अच्छा रिस्पोंस है दर्शकों का. पहले के किसी भी शो से कई गुना बेहतर.’ फिर बोलते हुए थोड़ा आगे खिसक आए, ‘इस नाटक का दुनियाभर के अलग-अलग शहरों में सैकड़ों बार मंचन होगा. मेरी, तुम्हारी, हम सबकी ज़िन्दगी बदल जाएगी. हमें सालभर बाद इससे भी बड़ा फाइनेंसर मिल जाएगा. तुम्हें सेतिया से प्रॉब्लम है वो तो समझ आता है और उसे मैं ठीक भी कर लूंगा पर शिमोर्ग से...क्या प्रॉब्लम है?’ Novels डॉमनिक की वापसी वो गर्मियों की एक ऐसी रात थी जिसमें देर तक पढ़ते रहने के बाद, मैं ये सोच के लेटा था कि सुबह देर तक सोता रहूँगा। पर एन उस वक़्त जब नींद सपने जैसी किसी ची... More Likes This उस रात वो सिर्फ़ मेरी थी - 1 द्वारा abhay pandit Vampire - My Protector - 2 द्वारा Pooja Singh प्रेमपत्र - 1 द्वारा Vrishali Gotkhindikar युवी और नियु की कहाँनी - 1 द्वारा krick हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 2 द्वारा Rishabh Sharma राधे ..... प्रेम की अंगुठी दास्तां - 6 द्वारा Soni shakya सजा या साथ? - 1 द्वारा InkImagination अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी