माँमस् मैरिज - प्यार की उमंग - 10 Jitendra Shivhare द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें माँमस् मैरिज - प्यार की उमंग - 10 माँमस् मैरिज - प्यार की उमंग - 10 Jitendra Shivhare द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1.8k 1.8k मां का रौद्र रूप मैंने उस दिन पहली बार ही देखा था। रत्ना ने पलंग पर सोई हुई मां का गला दबाने की जैसे ही कोशीश की, मां ने उसे लात मारकर दुर फेंक दिया। जिस मान-सम्मान के पीछे ...और पढ़े, रत्ना की कहीं सभी बातें सुनकर सहती रही, ध्येर्य का बांध उस दिन टुट ही गया। मां उसे पीटते हुये बाहर सड़क पर ले आई। उन्होंने रहवासियों को बताया कि आज मेरी बहु ने मुझे गला दबाकर मारने की कोशिश की। मां ने खुद पुलिस बुलवाई और अपनी बहु रत्ना के विरुद्ध रिपोर्ट लिखवाई। चालाक रत्ना ने पुलिस स्टेशन पर हाथ पैर जोड़कर मां से माफी मांग ली। मां ने उसे माफ कर दिया। घर आकर उसी रात रत्ना ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट पर उसने मेरे और मां के विरूद्ध बयान लिखे। वह लेटर श्लोक के हाथ लग गया। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें माँमस् मैरिज - प्यार की उमंग - उपन्यास Jitendra Shivhare द्वारा हिंदी - प्रेम कथाएँ (193) 45.9k 38.5k Free Novels by Jitendra Shivhare अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Jitendra Shivhare फॉलो