Majburi book and story is written by Nirpendra Kumar Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Majburi is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मज़बूरी Nirpendra Kumar Sharma द्वारा हिंदी महिला विशेष 6 1.7k Downloads 9.8k Views Writen by Nirpendra Kumar Sharma Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "मज़बूरी"नन्ही रौनक गुब्बारे को देख कर मचल उठी, अम्मा अम्मा हमें भी गुब्बारा दिलाओ ना दिलाओ ना हम तो लेंगे वो लाल बाला, दिलाओ ना अम्मा।भइया कितने का है फुग्गा कांता ने गुब्बारे बाले से पूछा।एक रुपए का है बहन जी ले लीजिए बच्ची का दिल बहल जाएगा।ए क रूपा कांता के मुंह से जैसे उसकी निराश उसकी मजबूरी निकली हो।रहने दो भय्या बाद में दिला दूंगी अभी (पैसे,, )खुल्ले नहीं है भय्या वह अपने चेहरे के भावों को छिपाती हुई बोली।चल रौनक हमें तेरे पापा की दवाई भी लेनी है ना।कांता रौनक का हाथ पकड़े लगभग घसीटते हुए More Likes This चुप्पी - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey मुक्त - भाग 3 द्वारा Neeraj Sharma शोहरत का घमंड - 99 द्वारा shama parveen नशे की रात - भाग -1 द्वारा Ratna Pandey मंजिले - भाग 6 द्वारा Neeraj Sharma जरूरी था - 1 द्वारा Komal Mehta दरिंदा - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी