कहानी "दस दरवाज़े" के तीसरे दरवाजे में, मुख्य पात्र एक शराब की दुकान खरीदता है, जो लंदन के उत्तर में स्थित है। वह दुकान में बहुत व्यस्त रहता है, प्रतिदिन 15 घंटे काम करता है और घर लौटने में भी समय लगाता है, जिससे उसे सोने का भी समय नहीं मिलता। उसकी साथी ऐनिया कभी-कभी उसकी मदद करने आती है, लेकिन उसे कई साधनों से यात्रा करनी पड़ती है। हालांकि उसके भाई को लगता है कि दुकान के कारण वह ऐनिया को समय नहीं दे सकेगा, पर वास्तव में उनका रिश्ता और मजबूत होता जाता है। ऐनिया में भावुकता बढ़ने लगती है और वह प्यार का इज़हार करने लगती है, जबकि दोनों के बीच प्यार की भावना नहीं होती। एक दिन, ऐनिया कहती है कि उसने उसकी ज़िंदगी बदल दी है और वह उसे प्यार करती है। कहानी में ऐनिया का किरदार और उसकी भावनाएं महत्वपूर्ण हैं, जो धीरे-धीरे विकसित होती हैं। एक दिन, जब ऐनिया मेरे घर कपड़े धोने जाती है, तो वह ऊषा से मिलती है, जो किरायेदार है। इस तरह, कहानी में रिश्तों के जटिलता और भावनाओं की गहराई को दर्शाया गया है। दस दरवाज़े - 9 Subhash Neerav द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 12 3k Downloads 6.9k Views Writen by Subhash Neerav Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मैं शराब की छोटी-सी दुकान खरीद लेता हूँ। यह लंदन के बिल्कुल उत्तर में है। घर से बीस मील दूर पड़ जाती है। दुकान में सचमुच बहुत काम करना पड़ता है। सवेरे खोलकर रात देर से बंद करता हूँ। पंद्रह से भी अधिक घंटे रोज़ाना बन जाते हैं और आगे एक घंटा घर पहुँचने में लग जाता है। बमुश्किल सोने का समय मिलता है। ऐनिया का घर तो दुकान से और भी अधिक दूर पड़ता है। वह कभी-कभी आकर मेरी मदद कर दिया करती है, पर उसको कई बसें, गाड़ियाँ बदलकर पहुँचना पड़ता है। फिर उसको वेअन को स्कूल से भी लेना होता है। उसे अपने घर का काम भी करना होता है और मेरे घर का भी। Novels दस दरवाज़े घंटाभर चलकर बस रुकती है। मैं और राणा हैरान-से होकर उतरते हैं कि यह भला कौन-सी जगह हुई। बिल्कुल अनजान-सी। सोचते हैं कि कंडक्टर ने हमें सही जगह ही उतारा... More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी