कहानी "कमसिन" में दो सहेलियों, राशी और मनु, की सुबह की हलचल को दर्शाया गया है। मनु, जो अपनी उम्र से कुछ बड़ी है, राशी को सुबह जल्दी उठाती है क्योंकि उन्हें पांच बजे की ट्रेन के लिए तैयार होना है। राशी सोने का मन बना लेती है, लेकिन मनु की माँ जैसी व्यवहार के कारण उसे उठना पड़ता है। मनु बाथरूम में जाकर नहाती है और फिर चाय बनाती है। राशी मनु के प्रति श्रध्दा और प्यार महसूस करती है, जब वह भगवान की मूर्ति के सामने प्रार्थना करती है। यह कहानी दोस्ती, देखभाल और प्यार के भावों को उजागर करती है। कमसिन - 1 Seema Saxena द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 56 14k Downloads 24.6k Views Writen by Seema Saxena Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण न तौलना, न मापना, न गिनना कभी हूँ गर्भगृह में समाया निशब्द, निश्छल, निस्वार्थ, अडिग पवित्र प्रेम मैं ! ! होस्टल के कमरे में मनु ने हिलाकर उसे जगाते हुए कहा था, उठो भई, जाना नहीं है क्या ? राशी ने एकदम से चौंक कर घडी की तरफ नजर दौड़ाई ! जब घडी में साफ नजर नहीं आया तो उसने पास में पड़े मोबाईल का बटन किल्क करके देखा ! Novels कमसिन न तौलना, न मापना, न गिनना कभी हूँ गर्भगृह में समाया निशब्द, निश्छल, निस्वार्थ, अडिग पवित्र प्रेम मैं ! ! होस्टल के कमरे में मनु ने हिलाकर उसे जगा... More Likes This Ishq-Nafrat-Ishq - 1 द्वारा shivani बेवजह की प्यास - भाग 1 द्वारा Agent Romeo सुहागरात वेबसीरीज - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi रानी कुंद्रा - 1 द्वारा Vishal Varshney Game of Love - 1 द्वारा PD प्रेम कहानियां.... द्वारा Manshi K चाहत द्वारा Bindu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी