Yah Ashadh Ka Aakash nahi hai book and story is written by Sushma Munindra in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Yah Ashadh Ka Aakash nahi hai is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. यह आषाढ़ का आकाश नहीं है Sushma Munindra द्वारा हिंदी लघुकथा 4 1.3k Downloads 3.7k Views Writen by Sushma Munindra Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रोज एक घर खाली हो रहा है। गॉंव जवार में एक ही खबर सुनाई पड़ती है। चौपाल से ले कर सीवान तक। आज फला अपने परिवार को लेकर अपने लड़के के पास शहर चला गया। आज फला अपने भाई के पास, आज फला अपने चाचा के पास ......... आज .........। ये सब लोग जब तक गॉंव में पानी की समस्या हल नहीं हो जाती, नहीं बहुरेंगे। यद्यपि यह भी हुआ है कि न बहुरने की प्रतिज्ञा करके गए कई परिवार दो—चार दिन में लौट आये हैं क्योकि शहरों का पानी भी चुक गया है। शहर की ऑंखों का पानी तो बहुत पहले चुक गया था। अब आकाश, धरती, नलकूप, तालाब, चॉंपाकल का पानी चुक गया है। More Likes This मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा Lo t u s Mohabbat ya Dhokha - 1 द्वारा aruhi टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी