कहानी में एक बेजान श्याम की ढलने का दृश्य है, जो जीवन के रंग बदलने के संकेत देता है। घर में कोहराम मच गया है, जबकि बाहर एक मुसाफिर अपनी दास्तान गा रहा है, लेकिन कोई उसकी बात सुनने वाला नहीं है। रात के समय एक युवती बेसुध हो जाती है, जिसके कारण उसका छोटा भाई जोर-जोर से रोने लगता है। उसकी सास उसे खोजने लगती हैं और बाथरूम में जाकर उसे बेसुध पाती हैं। परिवार में चिंता बढ़ जाती है और उन्हें उसकी स्थिति को लेकर डर लगने लगता है। मम्मी जी उसे डॉक्टर के पास ले जाने का आग्रह करती हैं, लेकिन परिवार की चिंता और बदनामी का डर उन्हें रोकता है। कहानी एक दुखद स्थिति की ओर बढ़ती है, जहां परिवार की इंसानियत खत्म होती दिखती है। फिर, कहानी में मौसी के पेट में अचानक दर्द होता है और वह दवा मांगने अपनी बहन के घर जाती है। इस स्थिति में परिवार की गतिशीलता और रिश्तों की जटिलताएं उजागर होती हैं। यह कहानी जीवन, मृत्यु और परिवार की जटिलताओं पर आधारित है, जिसमें इंसानियत और ममता की कमी दिखाई देती है। दास्तान-ए-अश्क - 25 SABIRKHAN द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 16.5k 2.9k Downloads 8.5k Views Writen by SABIRKHAN Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण श्याम ढल रही थी! एक बेजान श्याम..! जो सुब्हा का उजाला लेकर आने का वादा करके जाती है..! मगर किसको सुब्हा की पहली किरन नसिब थी ये कोई नही जानता था..! जिंदगी अपने रंग बदल रही थी! कहीं कुछ टूटा था..! बस उस घर में कोहराम मच गया था..! सडक पर गुजरने वाला एक मस्त मौला मुसाफिर अपनी घुन मे गाये जा रहा था..! जो हमने दास्ता अपनी सूनाई..आप क्यु रोये..! तबाही तो हमारे दिल पे है छाई आप क्यु रोये..! लेकिन उसकी दास्ता कोई सून ने वाला नही था..! क्योंकि अभी तो बहुत कुछ बाकी था! अगर किसी को इस जहां में सुख नहीं मिलता तो अगले Novels दास्तान-ऐ अश्क आज से आपके लिए पेश कर रहा हूं एक ऐसी लडकी की कहानी जिसने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी मुश्किले चट्टानों की तरह उसकी जिंदगी में थी , मगर वो अपनी प... More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी