इस कहानी में शबनम नाम की मां अपनी बड़ी बेटी के व्यवहार से परेशान है। मेहमानों की खातिरदारी से थकी हुई शबनम अपनी बेटी पर चिल्लाती है, लेकिन बेटी का कहना है कि उसे मेहमानों से पैसे नहीं मिले, जबकि छोटे भाई को दिए गए। बेटी जिद करती है कि उसे उसका पूरा पैसा वापस किया जाए, नहीं तो वह कोई काम नहीं करेगी। शबनम को अपनी बेटी की सोच में बदलाव का डर है और वह समझती है कि कुछ गड़बड़ है। वह अपनी बेटी को प्यार से समझाने की कोशिश करती है। कहानी में यह दिखाया गया है कि बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा और लालच कैसे रिश्तों में दरार डाल सकती है। शबनम अपनी सहेली के बच्चों का उदाहरण देती है, जो अलग-अलग गुल्लक के बावजूद संतुष्ट नहीं हैं और मेहमानों के सामने गुल्लक लेकर खड़े होते हैं, जिससे अपमान होता है। अंत में, एक घटना में भाई-बहन के बीच पैसे को लेकर झगड़ा होता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि घर में भाई-बहन के रिश्ते बिगड़ रहे हैं, भले ही सब कुछ बाहरी रूप से ठीक लगे। रीति रिवाज को अनुकूल बनाएं r k lal द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 11.7k 1.7k Downloads 6k Views Writen by r k lal Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रीति रिवाज को अनुकूल बनाएं आर 0 के 0 लाल तुम यहां सोई हुई हो। तुम्हें पता भी नहीं कि मेहमान चले गए हैं। तुम बड़ी हो गई हो इतना भी नहीं होता कि मां के कुछ काम ही करा लो। मेहमान की खातिरदारी से थकी शबनम अपनी बड़ी बेटी पर चिल्लाई। बेटी बोली- “मैं नहीं काम कराने वाली। मेहमान आए थे तो उन्होंने जाते समय छोटे भाई को पैसा दिया था, मुझे तो नहीं दिया। वह तुम लोग को बहुत प्यारा है तो उसी से काम करा लो। फिर बोली क्या जमाना आ गया है! जब दो बच्चे More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी