Putri ke naam pita ka patra book and story is written by Pranjal Saxena in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Putri ke naam pita ka patra is also popular in Letter in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पुत्री के नाम पिता का पत्र Pranjal Saxena द्वारा हिंदी पत्र 4 4.4k Downloads 19.8k Views Writen by Pranjal Saxena Category पत्र पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जब मैं पिता बना था तब मेरी कलम से अपनी पुत्री के लिए एक पत्र निकला था। आप सबके समक्ष प्रस्तुत है।?प्रिय पुत्री ,11 मार्च 2015 ये दिन खास था , हम दोनों के लिए । बहुत प्रतीक्षा कराने के बाद आखिरकार तुम मेरे जीवन में आ ही गईं । आज तुम्हारे लिए कुछ लिख रहा हूँ । जानता हूँ कि अभी तुम इसे पढ़ नहीं सकतीं । इसे कुछ वर्षों बाद पढ़ पाओगी और समझ और भी देर में पाओगी । पर ये बातें चिरस्थायी हैं , जब भी पढ़ोगी तब भी इनमें ताजगी रहेगी ।तुमने जीवन में आते More Likes This Letter From Me - 2 द्वारा Rudra S. Sharma रिश्ता चिट्ठी का - 1 द्वारा Preeti रिश्ता चिट्ठी का द्वारा Preeti I Hate You I Love You - 13 द्वारा Swati एक चिट्ठी प्यार भरी - 1 द्वारा Shwet Kumar Sinha बेनामी ख़त - 1 द्वारा Dhruvin Mavani एक अप्रेषित-पत्र - 1 द्वारा Mahendra Bhishma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी