यह कहानी एक महिला, तुलसी, के दिल की गहराइयों को व्यक्त करती है, जो अपने प्यार रुद्र के लिए अपने जज़्बातों को साझा कर रही है। वह रुद्र को बताना चाहती है कि उसने हमेशा उसे अपनी आत्मा से चाहा है, जबकि रुद्र ने उसके प्यार को "महज आकर्षण" समझा। तुलसी को रुद्र के प्यार को ठुकराने का बहुत दर्द हुआ, क्योंकि वह उसे हर दुआ में चाहती थी। वह उसे याद दिलाती है कि जब उसने रुद्र से प्रेम का इज़हार किया, तब रुद्र ने उस पर विश्वास नहीं किया और उसे अपमानित किया। तुलसी इस खत के जरिए रुद्र से अपनी भावनाओं को स्पष्ट करना चाहती है, यह बताते हुए कि वह आज भी सिर्फ रुद्र से प्यार करती है। वह अपने जीवन में रुद्र की अहमियत को बताती है और यह स्वीकार करती है कि उसने किसी और से शादी नहीं की, क्योंकि उसका दिल हमेशा रुद्र के साथ है। तुलसी की कहानी प्रेम, दर्द, और समर्पण की कहानी है, जिसमें वह अपने दिल की सच्चाई को प्रकट करती है।
आखिरी ख़त
Roopanjali singh parmar
द्वारा
हिंदी पत्र
Four Stars
4.3k Downloads
11.6k Views
विवरण
रुद्र,रुद्र मैंने यह खत तुम्हें इसलिए नहीं लिखा कि एक बार फिर तुमसे यह कह सकूं कि मैं तुमसे प्यार करती हूँ, न अपनी कमी का एहसास दिलाना है तुम्हें।अजीब बात है न रुद्र जब मैं तुमसे प्यार करती थी, तब तुम्हें मेरे प्यार पर विश्वास ही नहीं था। याद है तुम्हें.... वो क्या कहा था तुमने.."महज आकर्षण को प्यार का नाम ना दो तुलसी, आज मुझे चाहा है पर कल किसी और को चाहोगी"। सच मानो रुद्र इतना दर्द तब नहीं हुआ था जब तुमने मेरे प्यार को "महज़ आकर्षण का नाम दिया था"।तक़लीफ तो तब हुई थी जब
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी