यह कहानी खलिल, जिया और उनकी खोई हुई बच्ची के इर्द-गिर्द घूमती है। एक रात जब जिया की बच्ची गुम हो जाती है, खलिल और उसकी माँ चिंतित हो जाते हैं। जिया अपने बच्चे के लिए परेशान है और सोचती है कि कहीं जिन्नात ने उसे नुकसान तो नहीं पहुँचाया। जिया खलिल की माँ से मदद मांगती है, और वह खलिल को बुलाती है, जो उसे ढूंढने का वादा करता है। जिया बुर्का पहनकर बाहर निकलती है और आसपास की औरतों से पूछताछ करती है। एक औरत उसे बताती है कि उसने एक छोटी बच्ची को पिंक फ्रॉक में देखा है, जो दरगाह की ओर जा रही थी। जिया तुरंत मजार की ओर भागती है, लेकिन जब वह वापस लौटती है, तो घर का भीतर का दृश्य देखकर हैरान रह जाती है। वह एक काले बच्चे को देखती है, जो गुस्से में है और उससे पूछता है कि क्या वह खाली हाथ लौट आई है। जिया अपनी लाचारी व्यक्त करती है और उसे आश्वासन देती है कि वह अपनी बच्ची को ढूंढ निकालेगी। इस बीच, उस काले बच्चे का जिक्र जिन्नात के शैतानी स्वभाव से जुड़ा है, जो जिया और उसकी बच्ची के लिए खतरा बन सकता है। कहानी में माँ के दर्द, चिंता और अपने बच्चे के लिए संघर्ष को दर्शाया गया है, जिसमें जिया की दृढ़ता और खलिल का समर्थन महत्वपूर्ण हैं। वो कौन थी - 27 - Last SABIRKHAN द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 122 4.6k Downloads 13.4k Views Writen by SABIRKHAN Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बड़ा ही घुमावदार चक्कर था!खलिल सुल्तान और यहां तक कि बाबा भी उसे पकड नही पाये थे!उस रात अम्मी ने जिया की बच्ची गुम होने की खबर सूनाई, तो खलिल के होश उड गये..!कहीं जिन्नात ने उस मासूम बच्ची को नुकसान पहुंचाया तो नही पहुचाया..?उस नन्हीं सी जान को अगर खरोच भी आई तो..?यह सोचकर भी खलिल की रूह कांप उठी!भागता हुआ वह जिया के घर पहुंचा! तब तक अपनी बच्ची बाहर नहीं है यह सूनकर वो बावली सी हो गई!"अब वो मेरी बच्ची को नहीं बख्शने वाला..! मेरे कर्मों की सजा मेरी बच्ची को भुगतनी पड़ेगी..! मैं क्या करूं Novels वो कौन थी.. (अपने अंदाज को बरकरार रखते हुये एक और कहानी लेकर हाजिर हुं ) १ मकान हवा उजास वाला और काफी बडा है जिजु..! निगाहने सा... More Likes This अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 1 द्वारा Pawan भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास 2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास Lfrit Jinn - 1 द्वारा HARSH PAL Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 1 द्वारा Sakshi Devkule नया घर… और एक पुरानी आत्मा - 1 द्वारा Sakshi Devkule स्त्री का श्राप - भाग 1 द्वारा Vedant Kana अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी