मनचाहा - 5 V Dhruva द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें मनचाहा - 5 Manchaha - 5 book and story is written by Viraj Dhruva in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Manchaha - 5 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मनचाहा - 5 V Dhruva द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी (48) 5.5k 9.1k पिछे मुडकर देखा तो चोंक गई। पिछे वहीं लड़का था जिसे मैंने निशा के साथ कार में देखा था। ? उसने फिर से कहा, - में आई हेल्प यू? मैं बाजू पर हट गई, और उन्हें ...और पढ़ेस्टार्ट करने दिया। उन्होने बताया कि मैंने आपको कोलेज केंटीन में देखा था। मैं कुछ बोली नही पाई। पर हमारी दिशा महारानी तपाक से बोल पड़ी- जी हमने भी आपको देखा था। मैंने उसका हाथ पकड़ा और चुप रहने का इशारा किया। थोड़ी देर ट्राइ करने के बाद स्कूटी स्टार्ट हो गई। हम थेंक्यु कहकर वहां से निकल गए। मैं दिशा को कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें मनचाहा - 5 मनचाहा - उपन्यास V Dhruva द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी (1.7k) 168.3k 295.6k Free Novels by V Dhruva अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी