इस कहानी में भारतीय साहित्य में चल रहे "वर्कशॉप वाद" पर चर्चा की गई है। यशवन्त कोठारी बताते हैं कि वर्तमान में हर जगह कार्यशालाओं, सेमिनारों और गोष्ठियों का प्रचलन है, जहाँ लेखक और साहित्यकार व्यस्त हैं। पहले जो लेखक कहीं जाना पसंद नहीं करते थे, वे अब हवाई यात्रा कर रहे हैं। साहित्य की इन वर्कशापों में "हेड मिस्त्री" और अन्य मिस्त्री होते हैं, जो कविता, कहानी और उपन्यास की रचना की तकनीक सिखाते हैं। वे साहित्य को सुधारने के लिए विभिन्न उपकरणों का उपयोग करते हैं और प्रशिक्षणार्थियों को कला की बारीकियाँ समझाते हैं। वर्कशापों में सामूहिक लंच और शाम की दूसरी पारी होती है, जिसमें प्रतिभागी ज्ञान अर्जित करते हैं। हेड मिस्त्री अपने अनुभवों को साझा करते हैं और नव साहित्यकारों को रचनाओं को प्रतिष्ठित पत्र में छापने का आश्वासन देते हैं। इन वर्कशापों में साहित्य की मरम्मत का कार्य किया जाता है, जहाँ अनुभवी लेखक और अध्यापक नए लेखकों को प्रशिक्षित करते हैं। उद्घाटन और समापन समारोह में बड़े संपादक और अधिकारी बुलाए जाते हैं, और वर्कशाप की सफलता के लिए स्पॉन्सरशिप और सरकारी अनुदान की व्यवस्था की जाती है। इस प्रकार, वर्कशाप वाद साहित्यिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। अफसर का अभिनंदन - 8 Yashvant Kothari द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 2.4k 3.9k Downloads 9.6k Views Writen by Yashvant Kothari Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण साहित्य में वर्कशॉप –वाद यशवन्त कोठारी इन दिनों सम्पूर्ण भारतीय साहित्य में वर्कशाप वाद चल रहा है। भक्तिकाल का भक्तिवाद रीतिकाल का शृंगारवाद, आधुनिककाल के प्रगतिवाद, जनवाद, प्रतिक्रियावाद, भारतीयता वाद- सब इस वर्कशाप वाद यानि कार्यशाला काल में समा गये हैं। हर तरफ कार्यशालाओं, सेमिनारों, गोष्ठियों का बोलबाला है और लेखक, साहित्यकार इन वर्कशापों में व्यस्त हैं। कल तक जो लेखक साहित्यकार कहीं आना जाना पसंद नही करते थे वे आज हवाई जहाज के टिकट पर तृतीय श्रेणी में यात्रा कर वर्कशापों की शोभा बढ़ा रहे हैं। वैसे भी बुद्धिजीवियों की हालत यह है कि हवाई जहाज Novels अफसर का अभिनन्दन कामदेव के वाण और प्रजातंत्र के खतरे यशवन्त कोठारी होली का प्राचीन संदर्भ ढूंढने निकला तो लगा कि बसंत के आगमन के साथ ही चारों तरफ कामदेव अपने वा... More Likes This मजनू की मोहब्बत पार्ट-1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik मजनू की मोहब्बत द्वारा Deepak Bundela Arymoulik सैयारा का तैयारा द्वारा dilip kumar झग्गू पत्रकार (व्यंग सीरीज) द्वारा Deepak Bundela Arymoulik देसी WWE - गांव के पहलवान बनाम विलायती दंगल ! - 1 द्वारा sachim yadav कॉमेडी का तड़का - 1 द्वारा Kaju Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 3 द्वारा Sakshi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी