मेरी प्यारी बिटिया... सूर्याशीं सोनू समाधिया रसिक द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें महिला विशेष किताबें मेरी प्यारी बिटिया... सूर्याशीं मेरी प्यारी बिटिया... सूर्याशीं सोनू समाधिया रसिक द्वारा हिंदी महिला विशेष 646 2.1k रामकेश एक अनपढ़, रूढ़िवादी था वह तीन सदस्यीय परिवार का भरण पोषण मजदूरी से करता था।उसके कोई संतान नहीं थी, लेकिन वह और उसकी मां बेटी को संतान के रूप में नहीं चाहतीं थी।बेटे की कामना ने बेटा और ...और पढ़ेको अन्धा बना दिया था।बेटे के लिए वो ओझा, हकीमों और कई चमत्कारी मंदिरों के चक्कर लगा आए थे।उसकी पत्नी रामा गर्ववती थी।उसी रात...रामा के अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई ।रामकेश की माँ ने तुरंत रामकेश को जगा दिया।"बेटा उठ! तेरी बहू के दर्द हो रहे हैं, तू बाप बनने वाला है।"रामा की सास दौड़कर रामा के पास पहुच कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ सोनू समाधिया रसिक फॉलो