यह कहानी एक महिला के संघर्ष और उसकी भावनाओं के बारे में है। वह अपने जीवन में एक ऐसे एहसास से गुजर रही है, जो उसे अत्यंत दुखी और असहाय महसूस कराता है। उसे अपने पति के प्रति अपमान और असम्मान का अनुभव होता है, जिससे वह यह सोचती है कि क्या वह अपने जीवन को इसी गंदे एहसास के साथ बिताएगी। वह समाज के उस बंधन को महसूस करती है, जहाँ शादी को एक पवित्र बंधन माना जाता है, लेकिन उसकी स्थिति उसे इस बंधन से बाहर निकलने का विचार करने पर मजबूर करती है। वह अपने बच्चे के लिए एक बेहतर जीवन की आकांक्षा करती है और यह तय करती है कि वह अपने बच्चे को बेहतरीन परवरिश देगी, ताकि वह मजबूर न हो। कहानी में यह संदेश है कि माता-पिता बच्चों की सही परवरिश करके एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं। यदि वे अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाते हैं और उन्हें सही मार्गदर्शन देते हैं, तो समाज में अपराधों की संख्या कम हो सकती है। महिला अपने अंदर के संघर्ष और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझते हुए अपने सपनों को पूरा करने का दृढ़ संकल्प करती है। अंत में, उसे यह समझ में आता है कि कभी-कभी हालात के सामने समर्पण करना भी एक विकल्प हो सकता है। दास्तान-ए-अश्क - 19 SABIRKHAN द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 16.1k 2.7k Downloads 8.2k Views Writen by SABIRKHAN Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण एक ऐसा एहसास था!मानो उसके जिस्म पर बिच्छू रेग रहे हो..!क्या आज तक वह जूठन खाती रही?!जैसे किसी बदचलन औरत से कोई मर्द संबंध नहीं रखना चाहता और उसे अपनी बीवी बनाने से हिचकिचाता है !"क्या ऐसे ही अगर किसी मर्द का चाल चलन खराब हो तो औरत को यह हक नहीं कि वह उसे छोड़ सके..?"पश्चिम देशो में शादी करना और तलाक देना बहुत सरल है ,लेकिन हम जिस समाज में रहते हैं वहां शादी को आज भी सात जन्मों का बंधन माना जाता है!शादी करना और उसे निभाना चाहे मन से या बेमन से जरूरी होता है , Novels दास्तान-ऐ अश्क आज से आपके लिए पेश कर रहा हूं एक ऐसी लडकी की कहानी जिसने अपनी जिंदगी में कभी हार नहीं मानी मुश्किले चट्टानों की तरह उसकी जिंदगी में थी , मगर वो अपनी प... More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी