Rita ka kasoor - 1 book and story is written by poornima raj in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Rita ka kasoor - 1 is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. रीता का कसूर प्रथम भाग पूर्णिमा राज द्वारा हिंदी महिला विशेष 18 1.6k Downloads 5k Views Writen by पूर्णिमा राज Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण म्हारी बनरी गुलाब का फूल , कि भँवरा बन्ना जी ।महारी बनरी चाँद का नूर ,कि चकोरा प्यारा बनरा जी ॥ एक घर में महिलाएं ढोल और हरमोनियम पर यह ब्याह गीत गा रही थी। यह घर था ' कटक निवास ' जहाँ पर आज श्री राम कटक जी की इकलौती पुत्री रीता का ब्याह है। रीता अपने घर मे पापा , भाई और माँ की लाडली है। आज रीता की माँ ने उसको बड़े प्यार से हल्दी के लिये तैयार किया है। सभी ओर ब्याह गीत गाये जा रहे है।बाहर से रीता के पापा की आवाज आती है -" चलो अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी