पतझड़ Ved Prakash Tyagi द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें पतझड़ पतझड़ Ved Prakash Tyagi द्वारा हिंदी लघुकथा (20) 406 1.3k पतझड़ पंडित नारायण राव अक्सर सोहन के पास आकार बैठ जाया करते, अपनी कोयले वाली प्रैस से सोहन लोगों के कपड़े प्रैस करता रहता और पंडितजी उसको देश दुनिया की तमाम बातें बताते रहते। पूरे गाँव में सोहन ही ...और पढ़ेधोबी था, पूरे गाँव के लोगों के कपड़े धोना और प्रैस करना उस अकेले की ही ज़िम्मेदारी थी। सोहन की पत्नी ललिता को नौवाँ महीना चल रहा था अतः ऐसे में वह सोहन का हाथ भी नहीं बंटा सकती थी, ना जाने कब प्रसव पीड़ा हो जाए यही सोच कर सोहन ने ललिता को घर में ही आराम करने को कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Ved Prakash Tyagi फॉलो